चली जा रही है उमर धीरे धीरे ,
सुबह शाम दोपहर धीरे धीरे |
लड़कपन भी बीता जवानी भी बीती ,
बुढ़ापे का हो रहा असर धीरे धीरे |
चली जा रही है .....
गिरे दाँत तेरे हुए केश उजले,
झुकी जा रही है कमर धीरेधीरे |
चली जा रही है .....
अगर चाहते हो कल्याण अपना,
भजो राम आठों पहर धीरे धीरे |
चली जा रही है .....
Aapke songs Bahut meaningful rahte hai
ReplyDeleteDeep meaning, 😍
ReplyDelete❤️❤️
ReplyDeleteLovely
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